किसकी हिम्मत रोक ले,..क्रूर समय का पाथ,
यश या अपयश हानि या,लाभ समय के हाथ,
लाभ समय के हाथ,..मनुज तो मात्र खिलौना,
तय कर ले जो वक्त,……मानिए निश्चित होना,
पाता वह इंसान,….कि किस्मत जैसी उसकी,
थाम सके जो हाथ,वक्त का ताक़त किसकी।छंद कुंडलिया
किसकी हिम्मत रोक ले,..क्रूर समय का पाथ,
यश या अपयश हानि या,लाभ समय के हाथ,
लाभ समय के हाथ,..मनुज तो मात्र खिलौना,
तय कर ले जो वक्त,……मानिए निश्चित होना,
पाता वह इंसान,….कि किस्मत जैसी उसकी,
थाम सके जो हाथ,वक्त का ताक़त किसकी।
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