बताओ आप कौनसे धर्म से आते है? – अन्नु राठौड़ ‘रुद्रांजली’

 गिरता है कोई अगर तो पहले हँसते हो, हाथ नही बढ़ाते हो,

हारता है कोई गर तो तुम मजाक उसका बनाते हो,
राग-द्वेष से भरकर तुम दुसरों की राहों में कांटे बिछाते हो,
खुद भी नही रहते खुश, ना खुशियाँ दूसरों की देख पाते हो ।
बताओ आप कौनसे धर्म से आते हों ?

ना बात ये लिखी गीता मे है, ना ही लिखा कुरान में हैं।
ना बाइबिल में है ऐसा कुछ, ना गुरू ग्रंथ साहिब की बखान में है।
छल-कपट और झूठ – फरेब को तो कहता हर धर्म गलत है।
लिखा यही वेदों मे है, बात यही पुराण मे हैं।
फिर भी करते हो फरेब कितने और मन कितनों का दुखाते हो।
बताओ आप कौनसे धर्म से आते हो ?

क्या इसलिए गुरू गोविंद जी ने अपनी संतान कुरबान किए थे,
पेगंबर मोहम्मद ने भी तो अमन और नेकी के फरमान दिए थे।
प्रेम और सद्भाव की खातिर ही तो येशू सूली पर चढ़े थे।
प्रभु श्री राम के चरित्र – मूल्यों से बढ़कर क्या कोई उसूल बड़े थे।
जब धर्म के नाम पर तुम आग सड़को पर लगाते हो, और आतंक देश मे मचाते हो।
तब हर धर्म के स्वर्णिम इतिहास को बोलो तुम कितनी बार झूठलाते हो।
बताओ आप कौनसे धर्म से आते हो ?

हाथों में पेन रहे पत्थर ना हो, मोहब्बत के बदले खंजर ना हो |
हम धर्म की अच्छाईयों को अपनाएं, धर्म के नाम पर क‌ट्टर ना हो।
देश मे बलात्कार ना हो और दंगों में चीख-पुकार ना हो।
कोई भूख – गरीबी से ना मरे,और मदद के नाम पर वो Selfie वाला प्रचार ना हो।

स्वच्छ और सुरक्षित कैसे होगा देश, जब तक आत्म सुधार ना हो। बच्चो ! भविष्य हो तुम इस देश का आओ ! आज धर्म का सही मतलब सबको सीखलाते हैं।
आओ! आज एक सबसे बड़ा धर्म अपनाते हैं ।

तो इस होली मे रंग लगाने जसप्रीत और हरलीन के घर जाते हैं।
और सिवैयां ईद की अब्दुल और हमीद से मंगवाते है।
तो अगले लंगर की सेवा मे चलो गुरुद्वारे साथ हो आते हैं।
और क्रिसमस पर जेनिफ़र से कहकर केक थोड़ा बड़ा मंगवाते हैं।
हर धर्म की अच्छाईयों को सीख कर एक अच्छे इंसान बन जाते हैं। आओ ! आज सबसे बड़ा धर्म इंसानियत को अपनाते है।।

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