प्रेम क़े रंग हज़ार – नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर

 प्रेम जगत में सत्य सार
प्रेम जीवन उत्सव उत्साह
प्रेम भाव अभिव्यक्ति प्रवाह!!

प्रेम प्रारबद्ध भाग्य भगवान
प्रेम परमार्थ करुणा दया
युग युगानंतर इतिहास!!

प्रेम क्रांति कांटे शूल
बन जाए फूल प्रेम परस्पर
शांति सूत्र सूक्त मंत्र
शस्त्र शास्त्र!!

उन्नति उन्नयन उपकार
उद्धार प्रेम सरोवर
गागर में सागर
प्रेम ज्ञान वैराग्य!!

तमस का उजियार
द्वेष दम्भ घृणा परित्याग
प्रेम संसार!!

प्रेम पराक्रम
प्रेम इच्छा और परीक्षा
सदभाव!!

प्रेम सत्य
प्रेम अस्ति अस्तित्व
प्रेम जीवेत जाग्रत
निरझऱ अविरल
आदि अनंत
प्रसंग परिणाम!!

प्रेम भक्ति है
प्रेम शक्ति है
प्रेम जन्म जीवन
प्रेम आधार अंतर्मन से
प्रसफुटित अनंत
आकाश प्रकाश!!

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