जो प्रभात का पवन सुहावन, तनमें निज नित्य लगाता।
सूरज के उगने से पहले, निज नींद त्याग उठ जाता।।
उसका स्वास्थ्य सहज सुखदायक,चित प्रसन्न नित रहता है।
रोग शोक चिंता से बचकर, शुभ कर्मों में रमता है।।
भगवान भारतीय
मुरली, सुपौल,बिहार
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