एक बार सच बोल - दिनेश प्रताप सिंह चौहान

छंद रोला


एक बार सच बोल,मनुज का धर्म निभाया?

मानव जैसा कर्म,भला क्या कर दिखलाया?

तूने उत्तम योनि,............पेट भरने में खोई,

किए वही सब कर्म,..जानवर करता कोई।।


दिनेश प्रताप सिंह चौहान

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