१. दर्द का अहसास तब नही होता जब उसे कम करने वाला मरहम हम खो चुके होते हैं.
२. गीली घास पर बैठने से हिचकिचाने का मतलब है कि आपके अंदर का बच्चा बड़ा हो चुका है.
३. स्त्री को चोट मिले तो वह मजबूत होती है पर पुरूष बिखर जाता है.
४. ईश्वर ने दुख को गहरी गुफा में बंद कर संतोष का ताला लगाया था। इंसान ने इच्छा रूपी चाबी से ताला खोल दिया.
५. प्रेम का रास्ता वन वे होता है.
६. उसके जागने से क्या होना था, उस तक पहुँचने के रास्ते सो रहे थे.
७. गौरेया ने धूल में नहाया जरूर पर बारिश नही हुई, हर प्रीत का अंत निराशा नही होना चाहिये.
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